Union Home and Cooperation Minister Shri Amit Shah unveiled a 54 feet tall statue of Hanuman ji at Salangpur Dham in Gujarat and inaugurated Shri Kashtbhanjandev Bhojanalaya built at a cost of Rs 55 crore

Share, Press | Apr 06, 2023

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के सालंगपुर धाम में हनुमान जी की 54 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और 55 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का उद्घाटन किया


सालंगपुर धाम का इतिहास 150 सालों से भी अधिक का है और इस धाम में रोज हजारों लोग दर्शन करने आते हैं, दर्शन और आशीर्वाद के साथ प्रसाद पाने की यहाँ की व्यवस्था बहुत ही उत्तम है

प्रधानमंत्री मोदी ने दृढ़ता के साथ और देश में शांति बनाए रखते हुए देशहित में कठोर निर्णय लिए जिनके अच्छे परिणाम मिले हैं

भारतीय भाषाओं को गौरव देने और उन्हें मज़बूत करने का काम भी नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज पूरे देश में अनेक प्रदेश सरकार और 400 से ज्यादा संसद सदस्यों के साथ उनकी पार्टी देश की सेवा कर रही है

आजादी के बाद, चाहे अटल जी का शासनकाल रहा हो या श्री नरेन्द्र मोदी जी का शासनकाल हो, भारतीय संस्कृति का ध्वज पूरे विश्व में ऊंचा रखने का कार्य उनकी पार्टी ने किया है

राम जन्मभूमि का विवाद बाबर के ज़माने से चला आ रहा था और विरोधी पार्टी इस मुद्दे को लटकाती रही, लेकिन एक दिन ऐसा आया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में एक भव्य राममंदिर का शिलान्यास कर दिया

 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के सालंगपुर धाम में हनुमान जी की 54 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और 55 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का उद्घाटन किया।

 

 

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि सालंगपुर धाम का इतिहास 150 सालों से भी अधिक का है और इस धाम में रोज हजारों लोग दर्शन करने आते हैं, दर्शन और आशीर्वाद के साथ प्रसाद पाने की यहाँ की व्यवस्था बहुत ही उत्तम है।

 

 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज पूरे देश में अनेक प्रदेश सरकार और 400 से ज्यादा संसद सदस्यों के साथ उनकी पार्टी देश की सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद, चाहे वो अटल जी का शासनकाल रहा हो या अब श्री नरेन्द्र मोदी जी का शासनकाल हो, भारतीय संस्कृति का ध्वज पूरे विश्व में ऊंचा करने का कार्य उनकी पार्टी ने किया है।

 

 

श्री अमित शाह ने कहा कि जब 2019 में नरेन्द्र मोदी जी को दोबारा पूर्ण बहुमत मिला तब लोगों ने धारा 370 के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि हम 1950 से ये कहते आरहे थे कि एक देश में दो निशान, दो प्रधान, दो विधान, दो संविधान नहीं चलेंगे और ना ही दो झंडे होंगे। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके बाद देशवासियों के मन में एक संतोष हो गया कि आज़ादी के बाद नरेन्द्र मोदी जी ने उनकी इच्छा पूरी की और कश्मीर अब हमारा है। श्री शाह ने कहा कि राम जन्मभूमि का विवाद बाबर के ज़माने से चला आ रहा था और विरोधी पार्टी इस मुद्दे को लटकाती रही, लेकिन एक दिन ऐसा आया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में एक भव्य राममंदिर का शिलान्यास कर दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते थे कि राम जन्मभूमि पर कभी मंदिर का निर्माण नहीं होगा, कश्मीर में धारा 370 समाप्त होगी तो रक्तपात होगा, लेकिन पूरे देश में कहीं एक पत्थर भी फेंकने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि आज काशी में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का काम भी पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि केदारधाम हो, बद्रीधाम हो, सोमनाथ के मंदिर को फिर से सोने का बनाना हो, या पावागढ में फिर से शक्तिपीठ की स्थापना करनी हो, प्रधानमंत्री मोदी ने दृढ़ता के साथ और देश में शांति बनाए रखते हुए कठोर निर्णय लिए जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं।

 

 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत की, सरदार पटेल का स्मारक बनाया और अरब सागर के बीच शिवाजी महाराज की शानदार प्रतिमा स्थापित की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी का शुद्धिकरण करके उसमें पूरे वर्ष एक जैसा शुद्ध बनाए रखने का काम भी मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने किया है।

 

 

श्री अमित शाह ने कहा कि ग़ुलामी के लंबे कालखंड के दौरान भारत से कई मूर्तियां कई देशों में चली गई थीं, ऐसी 360 मूर्तियों को नरेन्द्र मोदी जी के 9 साल के शासन में भारत वापिस लाकर उनके वास्तविक स्थानों पर प्रतिस्थापित करने का काम हुआ है। इसके अलावा भारतीय भाषाओं को गौरव देने और उन्हें मज़बूत करने का काम भी नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।

 

 

25 तीर्थस्थलों की मिट्टी के टाइल्स से बने इस हाइटेक श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय में  घंटे में 20 हज़ार से ज़्यादा लोगों के लिए खाना बन सकेगा, जो जनसेवा के लिए श्री कष्टभंजन मंदिर का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।


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