SALIENT POINTS OF BJP NATIONAL PRESIDENT, SHRI AMIT SHAH ADDRESSING A PUBLIC MEETING IN PURULIA (WEST BENGAL)

Press, Share | Jun 28, 2018

28 June 2018

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) में आयोजित विशाल जन-सभा में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

2019 का लोक सभा चुनाव पश्चिम बंगाल में अगली सरकार की नींव डालने वाला है। भारतीय जनता पार्टी 22 से ज्यादा लोक सभा चुनाव जीत कर राज्य में नंबर एक पार्टी बनने वाली है, इसमें कोई संशय नहीं है
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2014 के लोक सभा चुनाव के बाद से भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में लगभग सभी चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल की है और अब पश्चिम बंगाल की बारी है। भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में एक नारा दिया है - “एबार पश्चिम बंगो”
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पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में भाजपा के 20 से ज्यादा युवा कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर मारा गया, 1300 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए, दो करोड़ लोगों को वोट नहीं डालने दिया गया लेकिन इसके बावजूद 6,000 से अधिक सीटों पर हमें विजय मिली, यही बताता है कि राज्य में अगली बार किसकी सरकार आने वाली है
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यदि तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी यह समझती हैं कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के तांडव से उनकी सरकार बनी रहेगी तो यह उनकी भूल है, हमारे कार्यकर्ताओं का लहू रंग लाएगा, तृणमूल सरकार पश्चिम बंगाल में लंबे समय तक नहीं चल सकती
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लोकतंत्र में सितम ढाने वालों का समय लंबा नहीं होता और मैं यह भी बताना चाहता हूँ कि हिंसा पश्चिम बंगाल की संस्कृति नहीं है। जो पश्चिम बंगाल कभी रवींद्र संगीत की धुन के लिए जाना जाता था, आज वहां बम धमाकों में रवींद्र संगीत को गुम करने का कार्य ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार ने किया है
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ममता बनर्जी जी महागठबंधन बनाएं जरूर, इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन ममता जी, पहले पश्चिम बंगाल को तो संभालिये क्योंकि राज्य में आपकी जमीन तेजी से खिसक रही है
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13वें वित्त आयोग में केंद्र की सोनिया-मनमोहन सरकार ने पश्चिम बंगाल को विकास के लिए महज 1,32,000 करोड़ रुपये ही दिए थे जबकि मोदी सरकार ने राज्य को 14वें वित्त आयोग में लगभग 3,59,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है
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प्रधानमंत्री जी ने तो पश्चिम बंगाल को दी जाने वाली सहायता में लगभग तीन गुना बढ़ोत्तरी की लेकिन इसे राज्य की जनता तक पहुंचाने में तृणमूल सरकार नाकाम रही। मोदी सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिए दिया गया पैसा तृणमूल कांग्रेस के सिंडिकेट की भेंट चढ़ गया, यह राज्य के गरीब तक पहुंचा ही नहीं
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ममता सरकार में पश्चिम बंगाल का विकास नहीं हुआ बल्कि तृणमूल कांग्रेस द्वारा पोषित असामाजिक तत्वों का हुआ
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देश की आजादी के समय पश्चिम बंगाल का देश की जीडीपी में हिस्सा 25% था लेकिन वामपंथी शासन और ममता सरकार के कुशासन के कारण अब यह कम होकर 4% रह गया है
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जब ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की सत्ता में आई तो उस वक्त राज्य पर सामूहिक कर्ज लगभग 1,92,000 करोड़ रुपये था जबकि अब यह बढ़ कर 3,50,000 करोड़ रुपये हो गया है, यही बताता है कि तृणमूल सरकार की गलत नीतियों के कारण पश्चिम बंगाल की क्या दुर्दशा हुई है
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पश्चिम बंगाल में बम बनाने के अलावा कोई और उद्योग-धंधा रह नहीं गया है, सारे कल-कारखाने बंद हो गए। राज्य में जिस तरह से ममता बनर्जी का शासन चला है, उससे पश्चिम बंगाल के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार देश के 10 करोड़ लोगों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए ‘आयुष्मान भारत' की योजना लेकर आई है लेकिन तृणमूल सरकार कहती है कि हमें पश्चिम बंगाल में यह योजना नहीं चाहिए
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यदि पश्चिम बंगाल में विकास करना है, राज्य से भ्रष्टाचार का सफाया करना है, राज्य की सत्ता से चिटफंड और सिंडिकेट वालों को बाहर करना है तो पश्चिम बंगाल में परिवर्तन करना होगा और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनानी होगी
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज पुरुलिया, पश्चिम बंगाल में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया और राज्य की जनता से पश्चिम बंगाल में हिंसा एवं भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाली ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। इससे पहले उन्होंने आज पुरुलिया में डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया और लोगों की समस्याओं से रू-ब-रू हुए। उन्होंने संपर्क अभियान के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार की लोक-कल्याणकारी योजनाओं पर भी जनता के साथ विस्तार से चर्चा की। वे आज प्रातः प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारापीठ गये जहां उन्होंने माँ भगवती की पूजा-अर्चना की।

श्री शाह ने अपने उद्बोधन के शुरुआत में ही हाल ही में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की हिंसा की राजनीति के शिकार हुए भारतीय जनता पार्टी के तीन शहीद युवा कार्यकर्ताओं श्री त्रिलोचन महतों, श्री दुलार कुमार और श्री जगन्नाथ टुंडु को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मैं आज तारापीठ में माँ तारा से प्रार्थना करके आया हूँ कि हे माँ, आप हमारे कार्यकर्ताओं को इतनी शक्ति जरूर दें कि वे हिंसा की राजनीति करने वाली ममता सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंक सकें।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हाल ही में पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं, ये स्थानीय निकायों के चुनाव थे, यह पश्चिम बंगाल की सत्ता तय करने वाला चुनाव नहीं था, ममता बनर्जी जी की कुर्सी को इससे कोई ख़तरा नहीं था लेकिन इसके बावजूद चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ताओं को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया, कोर्ट के दखल के बाद जब पर्चा भरा गया तो तृणमूल कांग्रेस द्वारा लोगों को धमकाया गया और वोट नहीं डालने दिया। इस सबके बावजूद जब वोटिंग में भारतीय जनता पार्टी की विजय हुई तो हमारे तीन कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि यदि तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी यह समझती हैं कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के तांडव से उनकी सरकार बनी रहेगी तो यह उनकी भूल है, हमारे कार्यकर्ताओं का लहू रंग लाएगा और तृणमूल सरकार पश्चिम बंगाल में लंबे समय तक नहीं चल सकती।

श्री शाह ने कहा कि लोकतंत्र में सितम ढाने वालों का समय लंबा नहीं होता और मैं यह भी बताना चाहता हूँ कि हिंसा पश्चिम बंगाल की संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि यह वही पश्चिम बंगाल है जहां स्वामी रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों का प्रादुर्भाव हुआ, यह वही पश्चिम बंगाल है जहाँ गुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर ने शांति निकेतन की स्थापना के थी, श्री बंकिम चन्द्र चटर्जी ने ‘वंदे मातरम्' का नारा दिया था, यही महान जगदीश चन्द्र बासु और श्री शरतचंद्र चट्टोपाध्याय जी की जन्मभूमि है और यहीं राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हमारे अध्यक्ष श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का जन्म हुआ था। उन्होंने कहा कि जो पश्चिम बंगाल कभी रवींद्र संगीत की धुन के लिए जाना जाता था, आज वहां बम धमाकों में रवींद्र संगीत को गुम करने का कार्य ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार ने किया है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 20 से ज्यादा युवा कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर मारा गया, 1300 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता घायल हुए, कई कार्यकर्ताओं को गलत प्रकार के केस डाले गए और असंख्य कार्यकर्ताओं को भयभीत किया गया। उन्होंने कहा कि कम-से-कम दो करोड़ लोगों को पंचायत चुनाव में वोट नहीं डालने दिया गया लेकिन इस सबके बावजूद भारतीय जनता पार्टी को 6,000 से अधिक सीटों पर विजय मिली और जनता ने भाजपा का झंडा बुलंद किया, यही बताता है कि पश्चिम बंगाल में अगली बार सरकार किसकी चुनकर आने वाली है।

श्री शाह ने कहा कि 2019 का चुनाव पश्चिम बंगाल में अगली सरकार की नींव डालने वाला है। उन्होंने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव के बाद से भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में लगभग सभी चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल की है और अब पश्चिम बंगाल की बारी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में एक नारा दिया है - एबार, पश्चिम बंगो। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही पश्चिम बंगाल का विकास कर सकती है और कोई नहीं।

पुरुलिया की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पुरुलिया में माताओं को पांच किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है, आखिर आजादी के 70 साल बाद भी पश्चिम बंगाल की ऐसी स्थिति क्यों है? उन्होंने कहा कि यहाँ न तो शुद्ध पीने का पाने मिलता है, न गाँवों में बिजली पहुँची है, न रोजगार है और न ही राशन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार में पश्चिम बंगाल का विकास नहीं हुआ बल्कि तृणमूल कांग्रेस द्वारा पोषित असामाजिक तत्वों का हुआ।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश को जब आजादी मिला तब पश्चिम बंगाल देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक था, सुजलाम-सुफलाम भूमि थी, यहाँ से चावल देश के बाकी हिस्सों में जाता था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के समय पश्चिम बंगाल का देश की जीडीपी में हिस्सा 25% था लेकिन वामपंथी शासन और ममता सरकार के कुशासन के कारण अब यह कम होकर 4% रह गया है। उन्होंने कहा कि वामपंथी शासन से पश्चिम बंगाल की जनता को निजात दिलाने के लिए ममता बनर्जी ने माँ, माटी, मानुष का नारा दिया था लेकिन ममता सरकार में पश्चिम बंगाल विकास के मामले में और पीछे चला गया है। उन्होंने कहा कि जब ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की सत्ता में आई तो उस वक्त राज्य पर सामूहिक कर्ज लगभग 1,92,000 करोड़ रुपये था जबकि अब यह बढ़ कर 3,50,000 करोड़ रुपये हो गया है, यही बताता है कि तृणमूल सरकार की गलत नीतियों के कारण पश्चिम बंगाल की क्या दुर्दशा हुई है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बम बनाने के अलावा कोई और उद्योग-धंधा रह नहीं गया है, सारे कल-कारखाने बंद हो गए। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तरह से ममता बनर्जी का शासन चला है, उससे पश्चिम बंगाल के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार देश के 10 करोड़ लोगों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए ‘आयुष्मान भारत' की योजना लेकर आई है लेकिन तृणमूल सरकार कहती है कि हमें पश्चिम बंगाल में यह योजना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि तृणमूल सकरार ऐसा इसलिए कह रही है क्योंकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की बढ़ती हुई लोकप्रियता से वह डरी हुई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए कई प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-नीत यूपीए में लंबे समय तक ममता बनर्जी हिस्सेदार बनी रही लेकिन इस सब के बावजूद 13वें वित्त आयोग में केंद्र की सोनिया-मनमोहन सरकार ने पश्चिम बंगाल को विकास के लिए महज 1,32,000 करोड़ रुपये ही दिए थे जबकि मोदी सरकार ने राज्य को 14वें वित्त आयोग में लगभग 3,59,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने तो पश्चिम बंगाल को दी जाने वाली सहायता में लगभग तीन गुना बढ़ोत्तरी की लेकिन इसे राज्य की जनता तक पहुंचाने में तृणमूल सरकार नाकाम रही। उन्होंने जनता से सवाल करते हुए पूछा कि आखिर यह पैसा गया कहाँ? उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिए दिया गया पैसा तृणमूल कांग्रेस के सिंडिकेट की भेंट चढ़ गया, यह राज्य के गरीब तक पहुंचा ही नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश में लगभग चार करोड़ गरीब माताओं को गैस कनेक्शन दिया, साढ़े सात करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया, लगभग दो करोड़ लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराया, लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को बिजली दी, 31 करोड़ से अधिक लोगों को जन-धन खाते के जरिये देश के अर्थतंत्र की मुख्यधारा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पूरे देश में 2 रुपये किलोग्राम चावल उपलब्ध कराती है लेकिन इसका लाभ पश्चिम बंगाल में जनता को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि जो सरकार गरीबों का चावल बेच खाए, उसे एक दिन भी सरकार में बने रहने का अधिकार नहीं है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में नए उद्योग-धंधे की जरूरत है लेकिन इसकी जगह सैंड माफिया, कोयला माफिया, केटल माफिया और अवैध तस्करी ने ले ली है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल की जनता बांग्लादेश के रास्ते आने वाले घुसपैठियों को रोकना चाहती है तो तृणमूल सरकार को मूल समेत उखाड़ फेंके, तभी सारे माफियाओं पर कंट्रोल किया जा सकता है, घुसपैठियों को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमने त्रिपुरा में ऐसा करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल में विकास करना है, राज्य से भ्रष्टाचार का सफाया करना है, राज्य की सत्ता से चिटफंड और सिंडिकेट वालों को बाहर करना है तो पश्चिम बंगाल में परिवर्तन करना होगा और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनानी होगी।

ममता बनर्जी द्वारा महागठबंधन की कवायद पर तंज कसते हुए श्री शाह ने कहा कि ममता बनर्जी जी महागठबंधन बनाएं जरूर, इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन ममता जी, पहले पश्चिम बंगाल को तो संभालिये क्योंकि राज्य में आपकी जमीन तेजी से खिसक रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी चौथे स्थान पर थी, अब भाजपा दूसरे नंबर पर आई है और 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 22 से ज्यादा लोक सभा चुनाव जीत कर नंबर एक पार्टी बनने वाली है।

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