Union Home and Cooperation Minister Shri Amit Shah addressed the first convocation of Gopal Narayan Singh University in Bihar

Press, Share | Apr 23, 2022

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज बिहार में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित किया

 
 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शिक्षा के क्षेत्र में बिहार के उज्ज्वल इतिहास को देखते हुए दरभंगा में एम्स, बोधगया में आईआईएम, पटना में एनआईटी बनाए

 नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित किया, आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, चाणक्य इंटरनेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और कई अन्य शिक्षा संस्थान बनाए हैं

स्वास्थ्य के क्षेत्र में, आजादी के बाद 70 सालों तक थोड़ा-थोड़ा काम होता था, लेकिन मोदी जी ने एक हॉलिस्टिक अप्रोच के साथ स्वास्थ्य पर फोकस रखा

बिहार की ये भूमि बहुत पूजनीय है और इसके कण-कण में ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता है

बिहार को फिर से ऊर्जावान बनाने और गौरवान्वित करने का काम बिहार के युवाओं ने किया है

जब एक विद्यालय बनता है तो अनेकानेक युवाओं और बच्चों के जीवन में विद्या का प्रकाश आता है जो अज्ञान के अंधकार को दूर करता है और जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता प्रशस्त करता है

75 साल में एक मज़बूत नींव डालने का काम हमारे पुरखों ने किया है और अब ये हमारी ज़िम्मेदारी है कि जब आज़ादी की शताब्दी मनाई जाए तब देश हर क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर बैठा हो

2013-14 में देश में प्राइवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी और आज 8 साल बाद 596 मेडिकल कॉलेज देश में उपलब्ध हैं

पहले हर साल 51,000 एमबीबीएस डॉक्टर पढ़कर निकलते थे और आज 89,500 डॉक्टर उपलब्ध होते हैं, पहले 31,130 पीजी डॉक्टर बाहर आते थे आज 72000 पीजी डॉक्टर हर साल लोगों की सेवा करने के लिए बाहर आते हैं

मोदी जी ने यह जो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया है उसमें देश के हर सेक्टर का पूरा परिदृश्य बदलने का काम किया है

   

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज बिहार में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल श्री फागू चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

 


अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ये भूमि बहुत पूजनीय है और इसके कण-कण में ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता है। यहीं पर गायत्री मंत्र की रचना करने वाले महर्षि विश्वामित्र ने जन्म लिया, आज़ादी के आंदोलन के कई कार्य इसी भूमि से हुए, देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू ने इसी भूमि पर जन्म लिया, यही भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की भूमि है, यही चाणक्य और चंद्रगुप्त की भूमि है, यही लोहिया और जयप्रकाश की भूमि है। आज़ादी के बाद इसी भूमि से बाबू जगजीवन राम और कर्पूरी ठाकुर ने समता आंदोलन को ताक़त देने का काम किया।

 

 


श्री अमित शाह ने कहा कि बिहार को फिर से ऊर्जावान बनाने और गौरवान्वित करने का काम बिहार के युवाओं ने किया है। इस विश्वविद्यालय के माध्यम से पूरे क्षेत्र में एक ही अम्ब्रेला में ऐसी संस्था की रचना की है जिससे यहां के बच्चों को पढ़ने के लिए कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब एक विद्यालय बनता है तो अनेकानेक युवाओं और बच्चों के जीवन में विद्या का प्रकाश आता है। विद्या का प्रकाश ही अज्ञान के अंधकार को दूर करता है और व्यक्ति के जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता प्रशस्त करता है। आज 791 विद्यार्थी यहां से विकसित होकर जा रहे हैं जिनमें से 293 मेडिकल के छात्र हैं। अगर ये सभी विद्यार्थी ये संकल्प कर लें कि हमारा बाक़ी का जीवन इस देश को सर्वप्रथम स्थान पर पहुंचाने में हम लगाएंगे, तो इससे बहुत बड़ी ऊर्जा की निर्मिति होगी। उन्होंने छात्रों से कहा कि आपको ये डिग्री आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में मिल रही है।

 

 


केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 75 साल में एक मज़बूत नींव डालने का काम हमारे पुरखों ने किया है और अब ये हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि जब आज़ादी की शताब्दी मनाई जाए तब देश हर क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर बैठा हो। इसीलिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी का अमृत महोत्सव वर्ष मनाने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य नई पीढ़ी का स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों से परिचय कराना है। 1857 से 1947 तक 90 साल में जिन्होंने अपना सर्वस्व बलिदान किया उनके बारे में युवा पीढ़ी को बताना ज़रूरी है, क्योंकि उनकी त्याग और तपस्या का इतिहास जानकर ही देश के लिए जीने का जज़्बा पैदा हो सकता है। अगर वो लोग संघर्ष नहीं करते तो हम आज भी ग़ुलामी की ज़िन्दगी जी रहे होते। हम सब आज़ादी के बाद पैदा हुए हैं और आज़ादी के लिए मरना हमारे भाग्य में नहीं है लेकिन देश के लिए जीना हमारे हाथ में होता है।

 

 


श्री अमित शाह ने कहा कि आज वही दिन है जब वीर कुंवर सिंह जी ने अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ एक निर्णायक विजय प्राप्त की थी। आज वही 23 अप्रैल का दिन है जब 80 साल के वीर कुंवर सिंह जी ने अंग्रेज़ों के दांत खट्टे करके आरा और सासाराम को मुक्त कराया। आप सबको आज उसी पवित्र दिन डिग्री मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शिक्षा के क्षेत्र में बिहार के उज्ज्वल इतिहास को देखते हुए दरभंगा में एम्स, बोधगया में आईआईएम, पटना में एनआईटी बनाए। साथ ही नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित किया, आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, चाणक्य इंटरनेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और कई अन्य शिक्षा संस्थान बनाए हैं। इस भूमि की ऊर्जा का समुचित उपयोग देश के विकास में होना चाहिए।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज लगभग 300 विद्यार्थी यहां से मेडिकल क्षेत्र में पदार्पण करेंगे और आज इसकी प्रतिज्ञा लेने के बाद आपको लोगों का इलाज करने का अधिकार है। इस प्रतिज्ञा के तहत आप किसी भी गरीब का जीवन बचा सकते हैं। आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए मोदी जी ने बहुत बड़ा क्षेत्र तैयार कर रखा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में, आजादी के बाद 70 सालों तक थोड़ा-थोड़ा काम होता था, लेकिन मोदी जी ने एक हॉलिस्टिक अप्रोच के साथ स्वास्थ्य पर फोकस रखकर सबसे पहले स्वच्छ भारत अभियान चलाया जिससे बीमारी जड़ से ही ख़त्म हो जाए। आज भारत का कोई घर ऐसा नहीं है जहां शौचालय न हो। इसके बाद फिट इंडिया मिशन चलाया जिसके तहत शरीर को फिट करने के लिए मेहनत करते हैं और रोगों को शरीर से दूर रखते हैं। फिर, पोषण अभियान चलाया जिससे कुपोषण के कारण शरीर में बीमारियां आनी कम हो जाएं। मिशन इंद्रधनुष चलाया ताकि बच्चा बचपन से ही रोगरहित हो और इसीलिए टीकाकरण का इंद्रधनुष बनाकर हर रोग का टीका देकर बच्चे को सेफ़ करने का काम मोदी जी ने किया है। फिर आयुष्मान भारत योजना लाए जिससे देश के 80 करोड लोगों को 5,00,000 रूपए तक के इलाज के लिए एक पैसा भी खर्च करने की जरूरत नहीं है।

 

 


श्री अमित शाह ने कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन चालू किया जिससे शुद्ध पानी हर घर में पहुंचे, जन औषधि केंद्र चालू किए जिससे 30 से 90% सस्ती दवाएं गरीबों को मिलें। हर तहसील स्तर पर वैलनेस सेंटर बनाने की भी शुरुआत की है जिससे 5 साल बाद भारत की हर तहसील में एक वैलनेस सेंटर होगा। 2013-14 में देश में प्राइवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी और आज 8 साल बाद 596 मेडिकल कॉलेज देश में उपलब्ध हॆं। पहले हर साल 51,000 एमबीबीएस डॉक्टर पढ़कर निकलते थे और आज 89,500 डॉक्टर उपलब्ध होते हैं। पहले 31,130 पीजी डॉक्टर बाहर आते थे आज 72000 पीजी डॉक्टर हर साल लोगों की सेवा करने के लिए बाहर आते हैं। यह इंफ्रास्ट्रक्चर जो मोदी जी ने बनाया है उसमें देश के हर सेक्टर का पूरा परिदृश्य बदलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में भी राज्य सरकार ने कई चीजें की हैं। मोदी जी ने हर क्षेत्र में ऐसा प्लेटफार्म बनाया है जिससे आप विश्व के साथ स्पर्धा कर पाओ। स्टार्टअप,स्टैडअप योजना शुरू की जिससे हर क्षेत्र में युवाओं को मौका मिले। अब जरूरत है कि देश का युवा जज्बे के साथ काम करे, सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए काम करें।

श्री अमित शाह ने कहा कि आप किसी भी क्षेत्र में जाएं लेकिन अपनी भाषा को मत भूलिए और घर में अपनी भाषा बोलने का आग्रह जरूर रखिए। भाषा विद्या का स्वरूप है लेकिन मातृभाषा को कभी मत भूलिए और अपने बच्चों को मातृभाषा देकर जाइए क्योंकि मातृभाषा आगे बढ़ेगी तो देश गौरवान्वित होगा और आपको भी संतोष होगा।

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