Union Home Minister and Minister of Cooperation Shri Amit Shah addresses 'Lok Seva Utsav' programme organised by Gujarat Lok Seva Trust in Ahmedabad today

Press | Dec 07, 2024

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद में गुजरात लोकसेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित ‘लोकसेवा का उत्सव’ कार्यक्रम को संबोधित किया


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संविधान निर्माताओं की कल्याण राज्य की कल्पना को जमीन पर चरितार्थ करने का काम किया

अपने उद्देश्य की दिशा में सतत रूप से 35 वर्षों तक काम करने के लिए गुजरात लोकसेवा ट्रस्ट अभिनंदन का पात्र

लोकसेवा ट्रस्ट द्वारा हर वर्ग के लिए कल्याण कार्यों ने लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है

मोदी जी ने गरीब कल्याण के मंत्र को समाज के निचले स्तर पर करोड़ों गरीबों तक पहुंचाकर देश का विकास सुनिश्चित किया है

मोदी सरकार ने अनेक ट्रस्ट, व्यक्तियों, स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर देश में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया है

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद में गुजरात लोकसेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित ‘लोकसेवा का उत्सव’ कार्यक्रम को संबोधित किया।



अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि आज गुजरात लोकसेवा ट्रस्ट अपने 34 वर्ष पूरे कर 35वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी संस्था एक उद्देश्य की दिशा में सतत रूप से 35 वर्षों तक काम करने के लिए अभिनंदन की पात्र होती है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ज्ञान केवल चार अक्षरों में समाहित होता है, जो स्व से पर की ओर चले और स्वयं से पहले दूसरों की चिंता करे, वही सच्चा ज्ञानी होता है। उन्होंने कहा कि जो लोग लोकसेवा और लोककल्याण के कार्यों में जुड़े होते हैं, वे जानते हैं कि सबसे बड़ा आत्मसंतोष दूसरों के लिए काम करने से ही मिलता है। श्री शाह ने कहा कि किसी के काम आने की प्रवृत्ति ही मनुष्य के मन, आत्मा और बुद्धि को संतोष देती है।



केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि लोकसेवा ट्रस्ट ने पिछले 34 साल में ज़रूरतमंद छात्रों की मदद, दिव्यांगों के कल्याण और सहायता, मरीज़ों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराकर, सरकार की लगभग सभी योजनाओं में माध्यम बनकर और उन्हें इनसे जोड़कर लगभग पांच लाख से ज्यादा लाभार्थियों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है।

श्री अमित शाह ने कहा कि भारत के संविधान की रचना के समय संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी ने कहा था कि हमारे संविधान का मूल उद्देश्य एक कल्याणकारी राज्य की स्थापना का होना चाहिए। श्री शाह ने कहा कि संविधान के तहत हर व्यक्ति का कल्याण, समविकास और हर परिवार सम्मानपूर्वक जी सके, ऐसे राज्य की रचना करने का मूल उद्देश्य तय किया गया था। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से 2014 तक हर सरकार ने अपने अपने कार्यकाल में जितना हो सकता था, उतना काम किया। लेकिन श्री शाह ने यह भी कहा कि 2014 से पहले किसी भी सरकार ने देशवासियों को गरीबी से मुक्ति दिलाने की नहीं सोची। उन्होंने कहा कि 2014 में देश की जनता ने श्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया और मोदी जी ने देश के सामने ये संकल्प लिया कि देश में एक भी घर ऐसा नहीं रहेगा जहां जीवन की सभी मूलभूत सुविधाएं न हों। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने देश के हर घर में शौचालय, गैस कनेक्शन, हर गरीब को घर और मुफ्त अनाज दिया है। इसके साथ साथ ही देश के करोड़ों गरीबों के स्वास्थ्य का पांच लाख रूपये तक का खर्च भारत सरकार उठाती है।



केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जिस कल्याणकारी राज्य की कल्पना हमारे संविधान निर्माताओं ने की थी, उसे साकार करने का कार्य गुजरात के ही लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे और अब देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2014 से 2024 के बीच पिछले 10 साल में किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने देश के करोड़ों लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने की चिंता की है।श्री शाह ने कहा कि जब तक गरीब कल्याण देश के करोड़ों गरीबों तक नहीं पहुंचता, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने गरीब कल्याण के मंत्र को पहचाना और उस पर समाज के निचले स्तर तक अमल करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इसी के कारण आज देश में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार इतना बड़ा काम अकेले नहीं कर सकती, अनेकानेक ट्रस्ट, व्यक्ति, सेवाभावी संस्थाएं साथ मिलकर ही इसे संभव बना सकती हैं।



केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गुजरात में कई प्रकार के शिक्षण संस्थान और गुरुकुल काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पतालों में प्रति व्यक्ति बिस्तर की संख्या राज्य की जनसंख्या के अनुपात में सबसे ज्यादा गुजरात में है। इसके अलावा, जनसंख्या के अनुपात में सबसे ज्यादा रक्तदान, सबसे ज्यादा चक्षुदान और सबसे ज्यादा अंगदान भी गुजरात में होता है। श्री शाह ने कहा कि गुजरात के मूल संस्कार और स्वभाव में ही गांधी जी के संस्कार समाहित हैं।


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