केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी द्वारा पुणे, महाराष्ट्र में “मोदी @20” पुस्तक के मराठी अनुवाद की लॉन्चिंग के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी ने आज शनिवार को पुणे, महाराष्ट्र में प्रेरणादायी पुस्तक मोदी @20 के मराठी अनुवाद को लॉन्च किया और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जीवन से जुड़े विभिन्न आयामों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने आदरणीय प्रधानमंत्री जी की सोच, उनकी निर्णय शक्ति, उनके अप्रोच, उनके संघर्ष और लक्ष्य के प्रति उनकी कर्तव्यनिष्ठा पर विस्तार से चर्चा की और उनके जीवन से देशवासियों को प्रेरणा लेने की अपील की। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़णवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर बावनकुले, पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री चंद्रकांत पाटिल, पार्टी की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती पंकजा मुंडे सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के उद्बोधन के मुख्य बिंदु
- देश के लोकतंत्र को कैसे सफल बनाया जा सकता है और पिछले साढ़े 8 वर्षों में किस तरह देश के लोकतंत्र के हर आयाम को मजबूती प्रदान की गई है, यदि यह जानना और समझना है तो तो इसके लिए मोदी @20 से अच्छी पुस्तक कोई और नहीं हो सकती। आज इस पुस्तक के मराठी संस्करण का लोकार्पण हुआ है। देश को महान बनाने के लिए, इस देश की समस्या को जड़-मूल से उखाड़ फेंकने के समाधान हेतु और सफलता के साथ-साथ विश्व में भारत के गौरव को प्रतिस्थापित करने के लिए आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा किये गए सतत एवं अहर्निश प्रयास की विराट संकल्प गाथा है मोदी @20।
- मोदी @20 आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जीवन पर लिखी पुस्तक नहीं है, यह उनका महिमामंडान करने के लिए भी लिखी गई पुस्तक नहीं है, यह भाजपा के यशोगान के लिए लिखे गए आलेखों का संकलन भी नहीं है, बल्कि यह तो भारत की समस्याओं के निराकरण और उज्जवल भविष्य का रेखांकन है।
- श्री नरेन्द्र मोदी जी जैसे यशस्वी व्यक्तित्व के 50 वर्ष के सामाजिक जीवन को कुछ चंद मिनटों और शब्दों में समाहित करना किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यंत ही कठिन है। मेरा मानना है कि देश और देशवासियों के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर देने वाले इस कर्मयोगी की कहानी एक कार्यकर्ता, एक स्वयंसेवक और एक मूक समाज सेवक के रूप में उनकी 30 साल के अथक परिश्रम की नींव पर बनी है। जब तक हम श्री नरेन्द्र मोदी जी के पिछले 30 वर्ष की संघर्ष गाथा से परिचित नहीं होंगे, तब तक उनके जीवन के इस 20 वर्ष का परिचय हमें अच्छे से नहीं मिल सकता।
- आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 30 वर्षों तक गुजरात और देश के चप्पे-चप्पे का भ्रमण किया, संगठन की मजबूती के लिए अथक परिश्रम करने का कार्य किया, समाज की समस्या को समझकर उसके समाधान की दिशा में चिंतन करने का कार्य किया, व्यक्तियों को परखने का भी कार्य किया और विषम परिस्थितियों में भी आपदा को अवसर में कैसे परिवर्तित किया जा सकता है, इसे भी सीखने का कार्य किया। लोगों को साथ में लेने की कला, गरीबों के प्रति संवेदनशीलता, भारत माता की सेवा और देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर देने की भावना, यही नरेन्द्र मोदी जी का परिचय है।
- जब श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो मुझे 10 साल तक उनके मंत्रिमंडल में काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने राज्य के कोने-कोने में सर्वस्पर्शी और सर्व-समावेशी विकास पहुंचाया। उन्होंने ही सबसे पहले 24 घंटे बिजली, हर घर में शौचालय, अर्बन डेवलपमेंट का साइंटिफिक एप्रोच, टेररिज्म के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति और ग्रामीण विकास का नया मॉडल देशवासियों के सामने रखा।
- 2004 के बाद से 2014 के लोक सभा चुनाव तक रे देश में निराशा और हताशा का माहौल फ़ैल गया था और जनता के मन में मल्टी-पार्टी डेमोक्रेटिक पार्लियामेंट्री सिस्टम पर से भरोसा उठने लगा था। उस कालखंड में प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री मानता ही नहीं था और मंत्रिमंडल का हर मंत्री अपने आप को प्रधानमंत्री मानता था। आंतरिक और बाह्य सुरक्षा दोनों खतरे में थी और अर्थव्यस्था के सारे मानदंड नीचे की ओर जा रहे थे। दुनिया में भारत का सम्मान भी दाव पर लग गया था। ऐसी स्थिति में देश की जनता ने श्री नरेन्द्र मोदी जी में अपना विश्वास देखा और भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन देते हुए श्री नरेन्द्र मोदी जी को देश के प्रधानमंत्री पद पर विराजमान किया।
- इसके बाद से देश ने हर क्षेत्र में परिवर्तन की एक नई कहानी देखी। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पॉलिसी पैरालिसिस ख़त्म हुआ और निर्णायक नेतृत्व का अभ्युदय हुआ। अब आतंकवादियों को घर में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके दंडित करने का हौसला भारत के पास है। धारा 370 को ख़त्म कर कर हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर में विकास के एक नए युग का शुभारंभ किया। सच्चे अर्थों में श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के निडर सेनापति हैं जो देश की भलाई, देश की सुरक्षा और देशवासियों के कल्याण के अलावे कुछ और नहीं सोचते। वर्षों से लंबित भगवान् श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग उनके नेतृत्व में प्रशस्त हुआ। उनके नेतृत्व में देश ने समस्याओं के स्थायी समाधान के जरिये विकास के पथ पर तेज गति से चलना सीखा है। आज जन-जन के मन में यह विश्वास जागृत हुआ है कि संविधान के अनुरूप चलते हुए हमारा देश इसी लोकतांत्रिक व्यवस्था के साथ आगे बढ़ सकता है और विश्व में सर्वोच्च स्थान तक हम पहुँच सकते हैं।
- 2014 से 2022 तक की भारत की विकास यात्रा दुनिया के लिए एक मिसाल है। आने वाले समय में जब भी देश का इतिहास लिखा जाएगा तो आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल को स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा। गाँव, गरीब, किसान, महिलाओं, युवा, दलित, आदिवासी, पिछड़े, शोषित, वंचित - इन सबके सशक्तिकरण का एक नया अध्याय मोदी जी के कार्यकाल में लिखा गया है। पीम गरीब कल्याण अन्न योजना, पीम आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जन-धन, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान भारत, सौभाग्य योजना सहित ऐसी कई योजनायें जमीन पर उतारी गई जिसके बल पर देश के लगभग 80 करोड़ लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद मिली। देश की 130 करोड़ की जनता को एक सूत्र में पिरोने का केवल एक ही नाम है और वह है नरेन्द्र मोदी, नरेन्द्र मोदी, नरेन्द्र मोदी।
- मैंने उन्हें एक कर्मठ कार्यकर्ता और स्वयंसेवक के रूप में अथक परिश्रम करते हुए देखा है। मैं आज दावे के साथ कह सकता हूँ कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भी चुनाव में भाजपा के देश भर में किसी भी कार्यकर्ता से ज्यादा परिश्रम श्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम का कार्यकर्ता करता है।
- मैंने अपने पूरे जीवन में उनके जैसा फकीरी और सादगी से जीने वाला राजनेता नहीं देखा। गुरुदेव समर्थ स्वामी रामदास जी की ‘उपभोग शून्य स्वामी' की परिकल्पना को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने चरितार्थ किया है। यही कारण है कि जनता श्री नरेन्द्र मोदी जी को मानती है, उन्हें स्वीकार करती है, उनका सम्मान करती है और उन्हें आशीर्वाद देती है।
- अपनी माता के मृत्यु के दिन भी 10:30 बजे संस्कार संपन्न होने के बाद हमारे प्रधानमंत्री जी 11 बजे पश्चिम बंगाल के एक कार्यक्रम में भाग लेते हैं और तिस पर क्षमा मांगते हैं कि मेरे कारण आधा घंटा लेट हो गया। ऐसे व्यक्ति नरेन्द्र मोदी ही हो सकते हैं और कोई नहीं।
- जिसके परिवार का सदस्य 22 साल से सत्ता में हो और परिवार की ज़रा भी चिंता न की हो, ऐसा दीया लेकर ढूंढने से नहीं मिलेगा। आज उनके परिवार के लोग अत्यंत सामान्य जिंदगी बिता रहे हैं जिसके बारे में कोई ज्यादा नहीं जानता। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 130 करोड़ देशवासियों को ही अपना परिवार बना लिया है। उनके जीवन का क्षण-क्षण और शरीर का कण-कण देश और देशवासियों के कल्याण के प्रति समर्पित है।
- श्री नरेन्द्र मोदी जी जब एक कार्यकर्ता थे, तब भी परिश्रमी थे, अब देश के प्रधानमंत्री हैं तो और अधिक परिश्रम करते हैं। वे हमेशा कहते हैं कि मुझे कड़ी मेहनत से कभी थकान नहीं लगती बल्कि मुझे संतोष की अनुभूति कड़ी मेहनत कर के होती है क्योंकि कड़ी मेहनत देश की जनता के लिए है। जब एक गरीब के चेहरे पर मुस्कान आती है तो मन में एक संतोष पैदा होता है। इस भाव के साथ देश के लिए मेहनत करने वाला व्यक्तित्व बहुत लंबे समय बाद देश को मिला है।
- श्री नरेन्द्र मोदी जी गरीबों के लिए सोचते हैं, कर्मठ कार्यकर्ता की भांति परिश्रम करते हैं, एक स्टेट्समैन की तरह दुनिया में देश के गौरव के लिए कार्य करते हैं, एक संवेदनशील राजनेता की तरह आम जन के कल्याण के लिए फैसले लेते हैं, निडर सेनापति की तरह देश की रक्षा के लिए अडिग चट्टान की तरह खड़े हो जाते हैं और ‘उपभोग शून्य स्वामी' की तरह जन-जन के कल्याण को ही अपना लक्ष्य बना लेते हैं। जब इस तरह से कोई अपने जीवन को ढाल लेता है तब जाकर वह ‘नरेन्द्र मोदी' बनता है। ‘नरेन्द्र मोदी' बनने की जो प्रक्रिया है, वह बहुत ही कठिन है।
- भाजपा के सभी कार्यकर्ता मोदी @20 जरूर पढ़ें लेकिन उसे कार्यकर्ता की भावना से पढ़ेंगे तो वे अपने प्रधानमंत्री जी को बेहतर तरीके से समझ पायेंगे।
- कल एक बहुत बड़ी विजय हमारी भाजपा - शिव सेना युति को मिली है। कल चुनाव आयोग ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है। ‘सत्यमेव जयते’ चरितार्थ हुआ है। शिंदे साहब को असली शिव सेना की कमान और शिव सेना का निशान धनुष-बाण, दोनों मिला है। जो लोग झूठ के आधार पर हुंकार भरते थे, उन लोगों को आज मालूम पड़ गया कि सत्य किसके साथ है। गत महाराष्ट्र विधान सभा में मैं पार्टी का अध्यक्ष था, हम मिल कर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में महाराष्ट्र में देवेन्द्र फड़णवीस जी को नेता मान कर चुनाव लड़े थे लेकिन मुख्यमंत्री बनने की लालच में किस तरह विपक्षी विचारधारा के सामने नतमस्तक हुआ गया, यह महाराष्ट्र सहित पूरे देश ने देखा है।
- हमारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहब से कल एक पत्रकार ने पूछा था कि आपको धनुष-बाण मिल गया, इस पर क्या कहना चाहेंगे तो शिंदे साहब ने कहा शिव सेना का धनुष बाण तो एनसीपी-कांग्रेस के यहाँ गिरवी रखा था, जिसे हम छुड़ा कर लाये हैं। हमारी छोड़िये, एनसीपी-कांग्रेस से कुर्सी की खातिर गठबंधन करने वालों ने तो पूज्य बाला साहब की विचारधारा और शिव सैनिकों के साथ भी धोखा किया। हम केवल सत्ता प्राप्ति के लिए पिताजी के सिद्धांतों, पार्टी की विचारधारा और पार्टी के कार्यकर्ताओं को धोखा देकर कुर्सी हथियाने नहीं आये हैं बल्कि हम तो भारत माता को परम वैभव के लक्ष्य पर ले जाने आये हैं। आज हम भाजपा - शिव सेना युति के सभी कार्यकर्ता संकल्प लेकर जाएँ कि महाराष्ट्र की सभी की सभी लोक सभा सीटों पर भाजपा - शिव सेना ही विजयी होगी।
- आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत इंग्लैण्ड को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थयवस्था बनी। आज हमारे डिफेन्स इम्पोर्ट में लगभग 70% की कमी हुई है। हमारे डिफेन्स एयर शो में दुनिया के 100 देश भाग लेने आते हैं। पूर्वोत्तर में विकास के जरिये हमने इंसरजेंसी को समाप्त किया है। देश से नक्सलवाद को भी हमने काफी हद तक ख़त्म कर दिया है। अब नक्सलवाद कुछ ही इलाकों तक सीमित हो गया है, जल्द ही ये इलाके भी नक्सलवाद से मुक्त हो जायेंगे।
- आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का लक्ष्य है भारत को विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित करना। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक 30 वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहती है तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता। इसलिए अभी हमारा मिशन अधूरा है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के करिश्माई नेतृत्व में हमें केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनानी है और इस बार भी पूर्ण बहुमत की दो-तिहाई बहुमत की सरकार बनानी है। महाराष्ट्र में भी भाजपा - शिव सेना युति को विजयी बनाना है। यदि हम सब एक दिशा में और एक लक्ष्य लेकर आदरणीय प्रधानमंत्री जी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ें तो हम देश के हर लक्ष्य को पूरा करने में सफल होंगे।