Salient points of speech of Hon'ble Union Home Minister & Minister of Cooperation Shri Amit Shah while addressing a public meeting in Rajouri, Jammu and Kashmir.

Press, Share | Oct 04, 2022

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह द्वारा राजौरी, जम्मू एवं कश्मीर में आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित करते हुए दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

 

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में खुशहाल जम्मू-एवं कश्मीर हमारा संकल्प है और यहाँ के जन-जन का विकास हमारी प्राथमिकता। हमारे प्रधानमंत्री जी गुर्जर--बकरवाल और इसे पहाड़ी क्षेत्र के भाई-बहनों की विशेष चिंता करते हैं।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत को तीन परिवार से 30 हजार लोगों तक पहुंचाया है। पहले जम्हूरियत का मतलब था 87 विधायक, 6 सांसद और 3 परिवार। इसमें जम्मू-कश्मीर के आम लोग शामिल नहीं थे। अब बारी पहाड़ियों की है, गरीब जनता की है।

 

जस्टिस शर्मा कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर, तीनों को आरक्षण देने की सिफारिश की है। हमारे प्रधानमंत्री जी इसके लिए कृतसंकल्पित हैं। इस रिपोर्ट की प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी होते ही पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर भाई-बहनों को आरक्षण का लाभ मिलने वाला है।

 

कुछ लोगों ने गुर्जर और बकरवाल भाइयों को उकसाना शुरू किया है कि पहाड़ियों को आरक्षण मिलेगा तो गुर्जर और बकरवाल के आरक्षण कम हो जाएंगे। मैं कहता हूँ कि पहाड़ी भाई भी इसमें आयेंगे लेकिन गुर्जर और बकरवाल भाइयों का 1% भी आरक्षण कम नहीं होगा।

 

जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव के लिए प्रदेश में परिसीमन जरूरी था। पहले तीन परिवारों ने केवल अपने लिए परिसीमन किया था। पहले परिसीमन आयोग के नियमों के अनुसार परिसीमन नहीं किया गया था। आजादी के बाद पहली बार परिसीमन हुआ और इन पहाड़ी क्षेत्रों की सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है।

 

आजादी के 70 सालों में जम्मू एवं कश्मीर में केवल 15 हजार करोड़ रुपये का ही निवेश आया था लेकिन 2019 से अब तक तीन सालों में ही जम्मू एवं कश्मीर में लगभग 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। यह मोदी जी की औद्योगिक नीति के बल पर ही संभव हो पाया है।

 

कांग्रेस के शासनकाल में 2006 से लेकर 2013 तक जम्मू-कश्मीर में 4,766 अतंकवादी घटनाएं हुई। धारा 370 जाने के बाद 2019 से लेकर आज तक केवल 721 आतंकवादी घटनाएं हुई है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आतंकवादियों, अलगाववादियों और दहशतगर्दों के खिलाफ निरंतर कठोर मुहिम चलाई। इससे सुरक्षा बलों की मृत्यु के आंकड़ों में भी भारी कमी आई है। यह बताता है कि जम्मू-कश्मीर अब पहले अधिक सुरक्षित हुआ है।

 

पहले यहाँ पत्थरबाजी की घटनाएं होती थी, अब इस तरह की घटनाएं भी काफी कम हो गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने युवाओं के हाथ में पत्थर की जगह लैपटॉप थमाते हुए रोजगार दिया है।

 

आजादी के 75 वर्ष हो गए लेकिन आज तक महाराजा हरि सिंह जी के जन्मदिन पर छुट्टी नहीं मनाई जाती थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री मनोज सिन्हा जी ने महाराजा हरि सिंह जी के जन्मदिन को अवकाश घोषित कर उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने का कार्य किया है।

 

अगर धारा 370 और 35A का उन्मूलन नहीं होता तो जम्मू-कश्मीर में जनजातीय आरक्षण मिलता क्या? हमारे उप-राज्यपाल जी ने जनजातीय आयोग बनाया। धारा 370 और 35A के हटने से पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों एवं सफाई कर्मचारियों को अधिकार मिला है।

 

जम्मू-कश्मीर की सत्ता पर वर्षों तक काबिज रहे तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए केंद्र सरकार से जो भी पैसा आता था, उसे ये तीन परिवार भ्रष्टाचार के जरिये अपनी तिजोरियां भरते थे लेकिन अवाम के आरोग्य की चिंता नहीं करते थे।

 

इन तीन परिवारों ने आजादी के 70 सालों में जम्मू-कश्मीर की गरीब जनता के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इस तरह से कोई योजना नहीं चलाई। प्रदेश की जनता को इन तीन परिवारों से सवाल करना चाहिए कि उन्होंने इस तरह की स्वास्थ्य सुविधा क्यों नहीं दी गई?

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राजौरी, कठुआ, डोडा, अनंतनाग और बारामूला में मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 3,885 किलोमीटर रोड बनाने का निर्णय लिया है। जम्मू-पुंछ राजमार्ग को चार-लेन बनाने के लिए लगभग 1,333 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

 

आजादी के 75 सालों बाद जम्मू-कश्मीर के घरों में रौशनी आई है। पहले यह रौशनी केवल गिने-चुने परिवारों के लिए थी। पूरे प्रदेश में लगभग 3.80 लाख घरों में बिजली पहुंचायी गयी है। प्रदेश में लगभग दो लाख लोगों को पीएम आवास योजना के तहत घर मिला है। 5 लाख घरों को नल से जल पहुंचाया गया है।

 

जम्मू में एम्स, आईआईटी, आईआईएम और आईआईएमसी आया है। NEET और जीएमसी इंस्टीटयूट भी खोले गए हैं। कई स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं। लगभग 4,500 से ज्यादा यूथ क्लब बनाए गए हैं।

 

आजादी के 75 साल में सबसे अधिक पर्यटन जनवरी 2022 के बाद से हुआ है। जनवरी 2022 से लेकर आज तक लगभग 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू एवं कश्मीर आये हैं।

 

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी ने आज जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित किया और खुशहाल जम्मू-एवं कश्मीर के संकल्प का नारा दिया। ज्ञात हो कि श्री शाह तीन दिवसीय प्रवास पर जम्मू-कश्मीर में हैं। आज पावन नवरात्रि के अंतिम दिन प्रातः उन्होंने सर्वप्रथम माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और खुशहाल जम्मू-एवं कश्मीर की मंगलकामना की। राजौरी पहुंचने पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री का जोरदार स्वागत हुआ। कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, जम्मू से भाजपा सांसद श्री जुगल किशोर शर्मा एवं राज्य सभा सांसद इंजीनियर गुलाम अली खटाना भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में भारी संख्या में गुर्जर-बकरवाल और पहाड़ी भाई-बहन उपस्थित थे।

 

राजौरी की धरती से गर्जना करते हुए श्री शाह ने कहा कि आज की इस विशाल रैली में लगे मोदी-मोदी के नारे उन लोगों के लिए जोरदार जवाब है जो कहते थे कि धारा 370 हटाया जाएगा तो जम्मू-कश्मीर में खून की नदियाँ बहेगी और पीर पंजाल में आग लग जायेगी। मैं सबसे पहले यहाँ के सभी पहाड़ी भाई-बहनों को प्रणाम करता हूँ। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति जो आपका प्यार और विश्वास है, इससे हमें जम्मू एवं कश्मीर ख़ास कर पुंछ और राजौरी के विकास के लिए काम करने हेतु ऊर्जा मिलती है। उन्होंने गुर्जर और बकरवाल भाई-बहनों को प्रणाम करते हुए कहा कि हर जगह देश के नागरिक सेना के जवानों को सलाम करते हैं लेकिन पुंछ एवं राजौरी के नागरिकों को देश की सेना सलाम करती है क्योंकि जब भी देश पर ख़तरा आया, तब-तब गुर्जर और बकरवाल समुदाय के भाई-बहन चट्टान की तरह दुश्मनों की राह में दीवार बनकर खड़े रहे। ये महाभारत कालीन पहाड़ियां भारत का मजबूत द्वार है। पुं एवं राजौरी के नागरिक भारत की सीमा पर एक अभेद्य दीवार बनाए हुए हैं और आपके भरोसे ही देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं। उन्होंने उप-राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा को धन्यवाद देते हुए कहा कि आजादी के 75 वर्ष हो गए लेकिन आज तक महाराजा हरि सिंह जी के जन्मदिन पर छुट्टी नहीं मनाई जाती थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री मनोज सिन्हा जी ने महाराजा हरि सिंह जी के जन्मदिन को अवकाश घोषित कर उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने का कार्य किया है। उन्होंने वीर बंदा बहादुर जी को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी गुर्जर--बकरवाल और इसे पहाड़ी क्षेत्र के भाई-बहनों की विशेष चिंता करते हैं।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में आजादी के बाद 70 साल तक राज किया। भारत की आजादी मिलने के बाद से जम्मू एवं कश्मीर में इन तीन परिवारों ने लोकतंत्र को अपने परिवारों का सीमित कर दिया था। यहाँ के गुर्जर-बकरवाल और पहाड़ी भाई-बहनों को उनके अधिकारों से वंचित रखने का पाप किया गया। जब 2014 में देश की जनता ने श्री नरेन्द्र मोदी जी को अपना प्रधानमंत्री चुना, तब जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव कराये गए और 2019 के बाद तहसील और जिला पंचायत के चुनाव भी कराये गए। फर्क साफ़ है कि पहले जम्मू-कश्मीर में जहां केवल तीन परिवारों के पास राज्य का शासन था, आज 30 हजार परिवारों के पास शासन की भागीदारी है।

 

श्री शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 और 35A को उखाड़ कर फेंक दिया। इन तीन परिवारों ने इसका विरोध किया था। अगर धारा 370 और 35A का उन्मूलन नहीं होता तो जम्मू-कश्मीर में जनजातीय आरक्षण मिलता क्या? हमारे उप-राज्यपाल जी ने जनजातीय आयोग बनाया। धारा 370 और 35A के हटने से पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों एवं सफाई कर्मचारियों को अधिकार मिला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 हटाकर आदिवासी भाई-बहनों को भेदभाव के खिलाफ लड़ने का अधिकार दिया है। इसी तरह सफाई कर्मचारियों के पास कोई अधिकार नहीं था और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी कोई क़ानून यहाँ लागू नहीं था। धारा 370 के हटने से इन लोगों को भी उनका अधिकार मिला है। पुंछ एवं राजौरी के लोगों ने सदैव ही देश की सीमा की रक्षा की है। अब वे दिन लद गए कि कोई आपको आपके अधिकार से वंचित रखने का पाप करेगा। अब देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार है। ये सरकार आप लोगों के अधिकार किसी को भी छीनने नहीं देगी।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जम्हूरियत को तीन परिवार से 30 हजार लोगों तक पहुंचाया है। पहले जम्हूरियत का मतलब था 87 विधायक, 6 सांसद और 3 परिवार। इसमें जम्मू-कश्मीर के आम लोग शामिल नहीं थे। 2014 के बाद प्रधानमुंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने माताओं-बहनों एवं आदिवासी समुदाय को उनका अधिकार दिया। अब बारी पहाड़ियों की है। धारा 370 हटने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव काराए जायेंगे। जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव के लिए प्रदेश में परिसीमन जरूरी था। पहले तीन परिवारों ने केवल अपने लिए परिसीमन किया था। परिसीमन आयोग के नियमों के अनुसार जम्मू एवं कश्मीर में परिसीमन नहीं किया गया था। आजादी के बाद पहली बार परिसीमन हुआ और इन पहाड़ी क्षेत्रों की सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है। सालों से यहाँ पर लखनपुर टोल बूथ लगा दिया गया था। देश के अन्य क्षेत्रों से आने वाले सीमेंट, लोहा, खाने-पीने की वस्तुओं आदि पर टोल टैक्स लगाया जाता था। इससे जम्मू-कश्मीर में वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती थी और आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ जाता था। माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस टोल टैक्स को ख़त्म कर जनता पर से महंगाई के बोझ को कम करने का प्रयास किया है।

 

श्री शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सत्ता पर वर्षों तक काबिज रहे तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आयुष्मान भारत योजना के तहत जम्मू-कश्मीर के सभी 27 लाख परिवारों को पांच लाख रुपये सालाना का स्वास्थ्य खर्च दे रहे हैं लेकिन इन तीन परिवारों ने आजादी के 70 सालों में जम्मू-कश्मीर की गरीब जनता के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इस तरह से कोई योजना नहीं चलाई। प्रदेश की जनता को इन तीन परिवारों से सवाल करना चाहिए कि उन्होंने इस तरह की स्वास्थ्य सुविधा क्यों नहीं दी गई? जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए केंद्र सरकार से जो भी पैसा आता था, उसे ये तीन परिवार भ्रष्टाचार के जरिये अपनी तिजोरियां भरते थे लेकिन जम्मू-कश्मीर की अवाम के आरोग्य की चिंता नहीं करते थे। धारा 370 के हटने के पश्चात् जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो बनाया गया। व्हिशल ब्लोअर एक्ट को लागू किया गया। उमंग एप के माध्यम से जनता की फरियाद पर सुनवाई हो रही है। सतर्क नागरिक मोबाईल एप्लीकेशन ओपन किया गया। विजिलेंस का ऑफिस खुला। इलेक्ट्रॉनिक विजिलेंस का सिस्टम बना।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पुंछ-राजौरी के साथ-साथ जम्मू एवं कश्मीर घाटी में सबसे ज्यादा रोजगार पर्यटन उयोग से होता है। आजादी के 75 साल में सबसे अधिक पर्यटन जनवरी 2022 के बाद से हुआ है। जनवरी 2022 से लेकर आज तक लगभग 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू एवं कश्मीर आये हैं। 70 सालों से जम्मू एवं कश्मीर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा की मांग थी लेकिन अब तक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने श्रीनगर से शारजाह तक सीधी अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू कराई। पहले जम्मू एवं श्रीनगर से रात्रि फ्लाईट की सुविधा भी नहीं थी, अब यह सुविधा भी शुरू करने का निर्णय लिया गया है।

 

श्री शाह ने तथ्यों के आधार पर उन लोगों को करारा जवाब दिया जो कहते थे कि धारा 370 के हटने से जम्मू एवं कश्मीर में खून की नदियाँ बह जायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में 2006 से लेकर 2013 तक जम्मू-कश्मीर में 4,766 अतंकवादी घटनाएं हुई। धारा 370 जाने के बाद 2019 से लेकर आज तक केवल 721 आतंकवादी घटनाएं हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आतंकवादियों, अलगाववादियों और दहशतगर्दों के खिलाफ निरंतर कठोर मुहिम चलाई। इससे सुरक्षा बलों की मृत्यु के आंकड़ों में भी भारी कमी आई है। यह बताता है कि जम्मू-कश्मीर अब पहले अधिक सुरक्षित हुआ है। पहले यहाँ पत्थरबाजी की घटनाएं होती थी, अब इस तरह की घटनाएं भी काफी कम हो गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने युवाओं के हाथ से पत्थर हटा कर लैपटॉप थमाते हुए नौकरी देने का काम किया है। जम्मू-कश्मीर के लिए यह परिवर्तन बहुत ही महत्वपूर्ण है।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राजौरी में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर यहाँ के बच्चों को डॉक्टर बनने का अवसर दिया है। साथ ही, पहाड़ी भाई-बहनों को मुफ्त इलाज की सुविधा भी उपलब्ध कराई है। राजौरी के साथ ही कठुआ, डोडा, अनंतनाग और बारामूला में भी मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। राजौरी में मेडिकल कॉलेज के लिए लगभग 139 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। लगभग 480 करोड़ रुपये की लागत से राजौरी-सूरनकोट रोड बनाया गया है। बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट एजुकेशन प्लान के तहत 21 करोड़ रुपये की लागत से 28 योजनाएं चल रही है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 3,885 किलोमीटर रोड बनाने का निर्णय लिया है। जम्मू-पुंछ राजमार्ग को चार-लेन बनाने के लिए लगभग 1,333 करोड़ रुपये दिए गए हैं। यहां 20 हजार से ज्यादा घरों में बिजली भेजने का काम पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। आजादी के 75 सालों बाद जम्मू-कश्मीर के घरों में रौशनी आई है। पहले यह रौशनी केवल गिने-चुने परिवारों के लिए थी। पूरे प्रदेश में लगभग 3.80 लाख घरों में बिजली पहुंचायी गयी है। प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत कई काम हुए हैं।

 

श्री शाह ने कहा कि किरू जलविद्युत परियोजना के तहत लगभग 624 मेगावाट पनबिजली उत्पन्न होगी। क्वार एचईपी के तहत 540 मेगावाट, शाहपुरकंडी परियोजना से लगभग 2,793 मेगवाट और पुंछ में भी जलविद्युत परियोजना से 90 मेगावाट पनबिजली उत्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि जम्मू में एम्स (AIIMS) आया है, आईआईटी (IIT), आईआईएम (IIM) और आईआईएमसी (IIMC) भी आया है। NEET भी यहाँ खोला गया है और जीएमसी इंस्टीटयूट भी आया है। जम्मू एवं कश्मीर में कई स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं। लगभग 4,500 से ज्यादा यूथ क्लब बनाए गए हैं।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजादी के 70 सालों में जम्मू एवं कश्मीर में केवल 15 हजार करोड़ रुपये का ही निवेश आया था लेकिन 2019 से अब तक तीन सालों में ही जम्मू एवं कश्मीर में लगभग 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। यह आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की जम्मू एवं कश्मीर के लिए शुरू की गई औद्योगिक नीति के बल पर ही संभव हो पाया है। यहाँ अभी और भी निवेश होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में लगभग दो लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपना घर मिला है। लगभग 5 लाख घरों को नल से जल पहुंचाया गया है। पोषण अभियान, मातृवंदना योजना और स्वास्थ्य अभियान भी मिशन मोड में जम्मू-कश्मीर में चलाया जा रहा है। पहले पहाड़ी, गुर्जर बकरवाल भाईयों के साथ अन्याय होता था, उन्हें आरक्षण का लाभ भी नहीं मिलता था लेकिन धारा 370 हटने के पश्चात् जनजातीय भाइयों को आरक्षण का लाभ मिलना शुरू हो गया है। जस्टिस शर्मा कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में यह सिफारिश की है कि पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर, तीनों को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी इसके लिए कृतसंकल्पित हैं। इस रिपोर्ट में जो सिफारिशें भेजी गई हैं, इसकी प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी होते ही पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर भाई-बहनों को आरक्षण का लाभ मिलने वाला है। यहाँ की जनता का अपने यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए जो प्यार है, वही उन्हें और काम करने की ऊर्जा देता है।

 

श्री शाह ने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि इस क्षेत्र में शांति बनी रहे। उन्होंने गुर्जर और बकरवाल भाइयों को उकसाना शुरू किया है कि पहाड़ी भाईयों को आरक्षण मिलेगा तो गुर्जर और बकरवाल के आरक्षण कम हो जाएंगे। मैं कहता हूँ कि पहाड़ी भाई भी इसमें आयेंगे लेकिन गुर्जर और बकरवाल भाइयों का 1% भी आरक्षण कम नहीं होगा।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री इस क्षेत्र का सबसे अच्छा विकास करना चाहते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि पीर पंजाल की पहाड़ियों को यहां के लोगों ने सदियों से सुरक्षित रखा है। आपके पुरखों ने भारत की सीमा को सुरक्षित रखने के लिए अपना लहू बहाया है। आपलोग खुशहाल हों, राजौरी एवं पुंछ के युवा रोजगार से युक्त हों, यहाँ भी उद्योग लगे, यहाँ के लोगों को आरक्षण का भी फायदा मिले। यहां से भी सांसद एवं विधायक चुन कर सदन में जाएँ। यहाँ से भी लोग प्रदेश और देश का नेतृत्व करें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पूरे जम्मू एवं कश्मीर का संपूर्ण विकास चाहते हैं। मैं आप सब से विनती करने आया हूं कि तीन परिवारों के शासन से जम्मू एवं कश्मीर को मुक्ति दिलाइये।

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